कैंडी टफ्ट (Iberis )
6 - छत्रक ( Umbel ) - इसमें मुख्य अक्ष संघनित होता है तथा सभी पुष्पों के वृंत एक ही स्थान से निकलते हुए प्रतीत होते हैं। जैसे - धनिया ( Coriandrum ) ।
7- मुंडक ( Capitulum ) - इसमें पुष्पक्रम की अक्ष अत्यंत संघनित हो जाती है तथा अवृंत पुष्प ( sessile flower ) सहपत्र चक्र ( involucre of bract ) के द्वारा गिरे रहते हैं ।
यदि मुंडक के सभी पुष्प समान होते हैं तो वह सम पुष्पी अथवा homogenous. कहलाता है और यदि मुंडक में दो प्रकार के पुष्प बिंब पुष्पक ( disc florets ) तथा रष्मि पुष्पक ( ray florets ) पाए जाते हैं तो यह विषम पुष्पी ( heterogenous ) कहलाता है । उदाहरण - सूर्यमुखी (helianthus ) मैं दोनों प्रकार के पुष्प पाए जाते हैं Launea में सम पुष्पी मुंडक पाया जाता है ।
जब पुष्प वृंत के नीचे एक छोटी पत्तीनुमा संरचना मिलती है तब वह सहपत्र (bract) कहलाती है पुष्पवृंतो के नीचे यदि सहपत्रों का चक्र मिलता है तो उसे सह पत्रिकाचक्र ( involucel ) कहते हैं । जब यह चक्र पुष्पावलि वृंत के चारों ओर मिलता है तब इसे सहपत्र चक्र ( involucre ) कहते हैं ।
No comments:
Post a Comment