Wednesday, 10 February 2021

कुलों का वर्णन ( भाग 2 ) : कुल सोलेनेसी( Family solanaceae )

  लक्षण (Characterstics ) - सोलेनेसी (Solanaceae) कुल का अभिलक्षणीय लक्षण जायांग (Gynoecium) में तिरछा पट (oblique septa) का मिलना है । यह स्थिति अण्डपों के 45° दक्षिणावर्त (clockwise) दिशा में घूमने के कारण होती है ।           पुष्पक्रम ( Inflorescence ) - पुष्पक्रम ससीमाक्ष (cymose) होता है । यह युग्मशाखित (dichasial) जैसे ; धतूरा (Datura) अथवा वृश्चिकी एकलशाखी (scorpoid monochasium) ;जैसे एट्रोपा (Atropa) आदि ; कुण्डलिनी एकलशाखी (helicoid monochasium) ; जैसे सोलेनम (Solanum) आदि अथवा कक्षस्थ एकलपुष्पी (solitary axillary) जैसे धतूरा ( Datura) आदि । 
    पुष्प ( Flower ) - सहपत्री (bracteate) अथवा असहपत्री (ebracteate) ; त्रिज्यासममित (actinomorphic) , कुछ पौधों में एक व्यास सममित (zygomorphic) ; सम्पूर्ण (complete) ; पंचभागी (pentamerous) तथा जायांगधर (hypogynous) होता है । 
  वाह्य दल पुंज (Calyx)वाह्य दल ( sepal ) 5 संयुक्त वाह्य दली (Gamosepalous) , कोरस्पर्शी (valvate) , आपाती (persistent) , Example बैंगन ( Solanum melongena ) 
 दल पुंज ( Corolla ) - दल (Petal) 5 , संयुुक्त वाह्य दली (gamopetalous) , चक्रिक ( rotate ) , घंंटाकार (bell shaped) कीपाकार (funnel shaped) कभी कभी द्विओष्ठी (bilabiate) : जैसे शाइजेन्थस (Schizanthus) में कोरस्पर्शी (valvate) अथवा व्यावर्तित (twisted) होते हैं । 
  पुमंग ( Androecium ) - पुंकेसर ( stamens) 5 , पृथक पुंकेसरी (polyandrous) , पुंतंतु (filament) छोटे तथा दललग्न (epipetallous) , पुंतंतु (filament) विभिन्न लम्बाई के , परागकोश (anthers) द्विकोष्ठी (dithecous) , आधारलग्न (basifixed) तथा अन्तर्मुखी (introrse) । 
 जायांग ( Gynoecium ) - सामान्यतया द्विअण्डपी (bicarpellary) , युक्ताण्डप (syncarpous) , द्विकोष्ठी (bilocular) , ऊर्ध्व (superior) होता है । बीजाण्डन्यास (placentation) स्तम्भीय (axile) होता है । धतूरा (Datura) में आभासी पट (false septum) के कारण जायांग चतुर्कोष्ठी (tetralocular) हो जाता है ।  टमाटर (Lycopersicon) में बहुकोष्ठीय (multilocular) हो जाता है । बीजाण्डासन (placenta) swollen होता है । इस पर असंख्य बीजाण्ड (ovule) मिलते हैं । Lysium में  दो या एक बीजाण्ड (ovule) मिलते हैं । मिर्च (Capsicum) में द्विकोष्ठी अण्डाशय ऊपर जाकर एककोष्ठीय (unilocular) हो जाता है । 
  फल ( Fruit ) - बेरी ( berry) जैसे - टमाटर (Lycopersicon) और बैंगन (Solanum melongena) में सम्पुट (capsule) जैसे - धतूरा (Datura) में । फल में अपाती वाह्य दल पुंज (Calyx) पाया जाता है । 
   
  

बीज क्या है ? ( What is seed ? )

आवृतजीवी पौधों में बीज (seed) फल (fruit) के अन्दर बनने वाली वह विशेष संरचना है जो बीजान्ड  ( ovule ) के निषेचन (fertilization) क...